NEET UG Cut Off 2025: यह लो जारी हुई नीट यूजी की संभावित कट ऑफ यहां देखें अपनी केटेगरी के हिसाब से कट ऑफ

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मई महीने की 4 तारीख को नीट यूजी 2025 की परीक्षा पूरे देशभर में सही ढंग से पूरी हो चुकी है। दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक चली इस परीक्षा में करीब 20 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। अब परीक्षा के खत्म होने के बाद सभी अभ्यर्थयों के मन में एक ही सवाल है कि इस बार कट ऑफ कितनी होगी? एग्जाम के पूरा होने के कुछ टाइम बाद ही अलग-अलग कोचिंग संस्थानों ने नीट यूजी की संभावित कट ऑफ जारी कर दी है। इस कट ऑफ में अलग-अलग कैटेगरी के लिए हिसाब से मार्क्स की डिटेल दी गयी है।

इस साल नीट यूजी परीक्षा का आयोजन 548 शहरों में 5400 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर किया गया। सिंगल शिफ्ट में आयोजित इस परीक्षा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इस बार 20 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया। अब सभी अभ्यर्थियों को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से एग्जाम को लेकर जारी की जाने वाली आधिकारिक कट ऑफ और रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है।

नीट 2025 की संभावित कट ऑफ

विभिन्न कोचिंग संस्थानों और एक्सपर्ट्स ने इस साल के प्रश्न पत्र के डिफिकल्टी लेवल और अन्य कारकों को जांचने के बाद संभावित कट ऑफ का अनुमान लगाया है। सभी को इस बात का ध्यान रखना है कि अभी नीट यूजी एग्जाम की आधिकारिक कट ऑफ जारी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक आधिकारिक कट ऑफ NTA द्वारा जून 2025 में रिजल्ट के साथ घोषित की जाएगी।

बात करे नीट यूजी एग्जाम 2025 की संभावित कट ऑफ इस प्रकार है:

सामान्य और ओबीसी वर्ग: विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल सामान्य और ओबीसी वर्ग के लिए कट ऑफ 545 से 565 अंकों के बीच रह सकती है। यह स्कोर पिछले साल की तुलना में थोड़ा कम हो सकता है क्योंकि कुछ छात्रों ने फिजिक्स के प्रश्नों का लेवल काफी मुश्किल बताया है।

ईडब्ल्यूएस: इस कैटेगरी के लिए कट ऑफ 540 से 560 अंकों के बीच रहने की उम्मीद है।

एससी: एससी वर्ग के लिए कट ऑफ 440 से 460 अंकों के बीच रह सकती है।

एसटी: एसटी वर्ग के लिए कट ऑफ 420 से 440 अंकों के बीच होने का अनुमान है। यह कैटेगरी आमतौर पर सबसे कम कट ऑफ वाली होती है।

सभी एक्सपर्ट्स और कोचिंग संस्थानों ने ये अनुमान पिछले साल की कट ऑफ एग्जाम के लेवल और एग्जाम में बैठने वाले अभ्यर्थियों की संख्या के हिसाब से लगाया हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगर एग्जाम पेपर हार्ड रहा तो कट ऑफ 550-600 के बीच भी रह सकती है और कॉम्पिटिशन बढ़ने पर यह 630-685 तक जा सकती है।

पिछले वर्षों की कट ऑफ

बात की जाए साल 2020 की तो सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 720 से 147 अंक थी जबकि एससी/एसटी/ओबीसी के लिए यह 146 से 113 अंक थी। वहीं साल 2021 में सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 720 से 138 अंक थी और आरक्षित वर्गों के लिए 137 से 108 अंक थी।

अगर इसी को साल 2022 के हिसाब से देखें तो सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 715 से 117 अंक थी और एससी/एसटी/ओबीसी के लिए 116 से 93 अंक थी। इसके साथ में 2023 में सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 720 से 137 अंक थी और आरक्षित वर्गों के लिए 136 से 107 अंक थी। प्रतिस्पर्धा और स्कोर में वृद्धि देखी गई। 2024 में सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 720 से 164 अंक थी और एससी/एसटी/ओबीसी के लिए 163 से 129 अंक थी। यह पिछले पांच वर्षों में सबसे ऊंची कट ऑफ थी।

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